जो होना है

 वो होगा जो होना है

तो हाथ सटा कर माथे से

रख सिर किसी के काँधे पे 

क्यों बेमतलब ही रोना है

वो होगा जो होना है 


जिसे जाना है वो जाएगा 

वो रुकेगा नहीं रोके से 

तुम हाथ जोड़ लो, पाँव तोड़ दो 

छल, कपट या धोखे से

उसका मकसद तुम्हें खोना है 

वो होगा जो होना है 


जिसे आना है वो आयेगा 

धीमे या फ़िर भाग दोड़ के 

शायद वो फ़िर ना जाए 

तुम्हें कभी अकेला छोड़ के 

उसे इश्क़ तुम्हारा ढोना है 

वो होगा जो होना है 


ग़लती कौन नहीं करता

कर्म मनुज का ग़लती है 

कोई सुधर गया, कोई बिगड़ गया 

दुनिया ऐसे ही चलती है 

सच हो या झूठ, सब खिलौना है 

वो होगा जो होना है 


कोई महलों की चाह रखता है 

कोई छत को महज तरसता है 

कोई बूंद बूंद का प्यासा है 

कहीं अम्बर रोज़ बरसता है

कद इच्छाओं का, सत्य से बोना है 

वो होगा जो होना है 


डर डर के जीते सब लोग 

कोई खोने का, कुछ होने का 

एक रात ना मिल पाया 

मौका चैन से सोने का 

अब चैन से कुछ पल सोना है

वो होगा जो होना है 


बेहतर कल की ख्वाहिश में 

आज में जीना भूल गए 

आज की कलियाँ निहार लो 

किसने देखे कल फ़ूल नए?

एक बेहतर 'आज' संजोना है

वो होगा जो होना है 


मत सोचो कल क्या होगा 

मुश्क़िल का हल क्या होगा 

हल निकलेगा, सबर करो 

हर मुश्किल का हल होता है 

जो होना है, वो होता है 

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